क्या केजरीवाल को चुनौती दे पायेंगे भाजयुमो नेता सुनील यादव


डॉ. नरेश कुमार चौबे नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के तहत राजधानी की सबसे हॉट सीट नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा नेता सुनील यादव को उतारा है। सुनील यादव भारतीय जनता युवा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। आइए 10 प्वांट्स में जानें सुनील यादव के बारे मेंउच्च शिक्षा प्राप्त सुनील यादव पेशे से वकील हैं। मूलरूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले यादव नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं। जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव लड़ रहे भाजपा नेता सुनील यादव पेश से वकील होने के साथ भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर लगातार सक्रिय रहे हैं। सुनील यादव वर्तमान में भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Yuva Morch) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं और लगातार सक्रिय भी रहते हैं। सुनील यादव ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष के रूप में की। वे लगातार संघर्ष करते हुए पहले जिलाध्यक्ष, दिल्ली महासचिव के बाद दिल्ली युवा मोर्चा के सचिव बने और फिलहाल भाजपा युवा मोर्चा दिल्ली के अध्यक्ष हैं। सोशल मीडिया पर सक्रियता की बात करें तो ट्विटर पर उनके लगभग 16,300 फॉलोअर हैं और उनके आधिकारिक फेसबुक पेज पर लगभग 1,00,000 लाइक्स हैंदिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 और दिल्ली विधानसभा चुनाव-2015 में भी सुनील यादव को टिकट मिलने की चर्चा थी, लेकिन आखिर लम्हों में गच्चा खा गएदिल्ली नगर निगम चुनाव- 2017 में भाजपा ने सुनील यादव को एंड्रयूज गंज से नगर निगम पार्षद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वो इस चुनाव में हार गए थे। ताज्जुब की बात है कि तीनों नगर निगमों (दक्षिण दिल्ली नगर निगम, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम) में भाजपा सत्ता में आई।


लंबा संघर्ष कर पहुंचे हैं इस मुकाम पर


उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष के तौर पर की थी। बाद में उन्हें नई दिल्ली जिला का भाजयुमो अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। उसके बाद उन्हें दिल्ली भाजपा में मंत्री बनाया गया। मनोज तिवारी के दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद इन्हें प्रदेश भाजयुमो की जिम्मेदारी दी गई है। वह वर्ष 2013 और वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में भी नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार थे। पार्टी ने वर्ष 2013 में विजेंद्र गुप्ता और वर्ष 2015 में नुपूर शर्मा को टिकट दिया था। इससे पहले वह नगर निगम का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा था।


पार्टी में उनकी छवि तेज तर्रार नेता के तौर पर है। सोशल मीडिया पर भी सुनील यादव काफी सक्रिय हैं। फेसबुक पर उनके एक लाख और ट्विटर पर 16300 फॉलोअर हैं। उनके नेतृत्व में भाजयुमो पिछले लगभग दो माह से अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ पिछले अभियान चला रहा है। उनकी टीम छोटी वीडियो के माध्यम से आम आदमी पार्टी पर निशाना साधती रही है। दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में उनकी सक्रियता और आप सरकार के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।


ऐसा लगता है कि भाजपा केजरीवाल को दिल्ली में ही उलझाकर रखना चाहती है यही वजह है कि सुनील यादव जो कि नगर निगम का चुनाव नहीं जीत सके उन्हें केजरीवाल के सामने नई दिल्ली से वॉक ओवर के रूप में दे दिया गया